Russia Ukraine War Breaking Live: पुतिन अब इन देशों पर बरपाएंगे कहर? | America | Victory Day Parade
[संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीर इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वॉर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वो इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी है मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी है लेफ्टनंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका अ z न्यूज़ पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वह एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात यह कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्र प्र वापस मैं आपका रुख करूंगी अश्विनी सिवाच है मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में व जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला 2 साल तक यह युद्ध खिंचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिलकुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को 2 साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो अ ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटीन कहीं ना कहीं मैसेज भेजना चाह रहे हैं यूरोप को कि आप बार-बार यूक्रेन को मदद करें जो 61 बिलियन डॉलर दिया है रूस और भी मजबूत होता जा रहा है अगर उसको जरूरत पड़ी तो पूरे यूरोप के साथ और नेटो के साथ वो लड़ने को तैयार है और वो एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो [संगीत] है चलिए सर वापस मैं आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं वो पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट्री डे परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी ये सिचुएशन हो सकती है और ये आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न बनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं दो साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वह विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ [संगीत] से हेलो जी संजय जी आप अपनी बात रख अच्छा ये ये जो विक्ट्री परेड है अगर आप देखें 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होंने विक्ट्री परेड करी लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए और क्योंकि पुटीन जो है वो चाहते थे और हमेशा कि रशिया जो है वो एक बहुत बड़ा पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 ही नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां जो एजॉब बटालियन है डी नासिफ सेकेन की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ कशन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलैंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाग जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि ना में 1945 को जो विक्ट्री डे का जो संबंध है और रूस जो उसको मनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्ट्री डे में तो फ्रेंच ट्रूप्स ने भाग लिया यूके ट्रूप्स ने भाग लिया अमेरिकंस ने भाग लिया इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रुप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलिटरी इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियंस ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 0 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट प जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के माफिक डी नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और का पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है या ठीक है अश्विनी सिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं अ जिस तरीके से पिछले 2 साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता अ नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पे सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हवास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बार-बार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपने मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस हैं उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाह उस देश पर भी है हां बिल्कुल देखो प्रिया एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां ये भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर ये भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वो नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है वो उसकी मिलिट्री पार्क में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पावर में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल थी जिसको सोच रहे थे कि हिट करेगी वह नहीं हुई बल्कि रूबल है वह और भी स्ट्रंग हो गया है डॉलर के मुकाबले तो अगर आप यह पूरी चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बड़ी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पार बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पलड़े में तो चला गया मगर आज देखा था अमेरिका ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहो पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख हमें देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखरी कमेंट में आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के रूस ने दूसरे महायुद्ध में 270 लाख सैनिक गवाए उस 270 लाख सैनिक गवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उस भाग लिया वो जानता है क्या है और आज की तारीख में पुटीन है वो दिखाना चाहते हैं रूस को कि भाई हम लोग बहुत शक्तिमान है हम लोगों को कोई मतलब रो ये मैसेज देने की कोशिश कर रहा था अमेरिका के साथ भी तनातनी हुई थी हमने देखा था किस तरीके से एक एक ऐसा मौका आया कि एक दूसरे के सामने खड़े हो गए प्रणय एक आखरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे हैं इस परेड को लेकर के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं ये एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में दिखाने की कोशिश करें तरीके से इकॉनमी चोट पहुंचाई जाए इकॉनमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो उनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वह आज भी उतने ही ताकत [संगीत] [संगीत] काति [संगीत] [प्रशंसा] प्रदर्शन विक्ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्टरी डे बहाना ताकत है [प्रशंसा] [संगीत] दिखाना ता गले पुन की शपा यूक्रेन का [प्रशंसा] [संगीत] अगनि विक्ट्री डे परेड में पुतिन का पावर शो [संगीत] परेड में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विद्वंस बॉम्बर्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है वलादर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीरें इस वक्त आ रही है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीर इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वॉर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्टरी डे परेड का आयोजन किया गया था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वह इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी हैं मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी हैं लेफ्टिनेंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका z न्यूज पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वह एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात यह कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उस को भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्र वापस मैं आपका रुक करूंगी अश्विनी सिवा मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वॉर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला 2 साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिल्कुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को दो साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटिनटिपटुचिरा मिय डॉलर दिया है रूस और भी मजबूत होता जा रहा है अगर उसको जरूरत पड़ी तो पूरे यूरोप के साथ और नेटो के साथ वो लड़ने को तैयार है और वो एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो [संगीत] है चलिए सर वापस मैं आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं वो पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट परे इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं दो साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वह विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ से [संगीत] हेलो जी संजय जी आप बा अच्छा यह जो विक्ट्री परेड है अगर आप देख 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होने ी प्रेट कर लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए क्योंकि पुटीन जो है वो चाहते थे और हमेशा जो है वो एक बहुत बड़ा पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 ही नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां जो एजॉब बटालियन है डी नासिफ सेशन की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ सेशन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलैंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाग जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि ना में 1945 को जो विक्ट्री देडे का ये जो संबंध है और रूस जो उसको मनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्ट्री डे में तो फ्रेंच ट्रुप्स ने भाग लिया यूके ट्रूप्स ने भाग लिया अमेरिकंस ने भाग लिया पर इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रुप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलिटरी इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है कितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियन डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 90 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट पे जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के माफिक डी नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है ठीक है अश्विनी सिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं अ जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पे सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हमास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बार-बार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपने मिसाइलों की अपने अ जो फोर्सेस हैं उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाह उस देश पर भी है हां बिलकुल देखो प्रिया एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां ये भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर ये भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर रूस जो है वह ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वह नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है व उसकी मिलिट्री पार्क में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पवर में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंड ी काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्टेड के मुकाबले तो अगर आप ये पूरी चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बड़ी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इ पार बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पल में तो चला गया है मगर आज देखा था अमेरिका ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहो पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख हमें देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखरी कमेंट में आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के रूस ने दूसरे महायुद्ध में 27 लाख सैनिक उस 270 लाख सैनिक दवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उस भाग लिया वो जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुटीन है वो दिखाना चाहते हैं रूस को कि भाई हम लोग बहुत शक्तिमान है हम लोगों को कोई बकुल रशिया उस वक्त भी ये मैसेज देने की कोशिश कर रहा था अमेरिका के साथ भी तनातनी हुई थी हमने देखा था किस तरीके से एक एक ऐसा मौका आया कि एक दूसरे के सामने खड़े हो गए प्रणय एक आखरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे हैं इस परेड को लेकर के के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं ये एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे हैं तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में वो दिखाने की कोशिश करेंगे वो अलग लग से इकॉनमी चोट पहुंचाई जाए इकॉनमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो उनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वो आज भी उतने ही ताकत [प्रशंसा] [संगीत] [संगीत] में पुतिन का शक्ति [संगीत] प्रदर्शन ी डे पर रूस का विक्टरी डे बहाना ताकत है दिखाना [संगीत] रा ता गल लेना पुन की शप यूकन का अग् [प्रशंसा] [संगीत] विक्ट्री डे परेड में पुतिन का पावर [संगीत] शोरेड में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विद वसक बम्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है लामर पुतिन यूक्रेन और नाटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीरें इस वक्त आरही है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीर इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वॉर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वो इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी है मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी हैं लेफ्टिनेंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका जी न्यूज पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वह एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्ट डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात यह कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तोय बकुल प्रण वापस मैं आपका रुख करूंगी अश्विनी सिवाज है मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाएगा और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वॉर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला दो साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिल्कुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को दो साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टन यूक्रेन है डोन बस्का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटीन कहीं ना कहीं मैसेज भेजना चाह रहे हैं यूरोप को कि आप बार-बार यूक्रेन को मदद करें जो 61 बिलियन डॉलर दिया है रूस और भी मजबूत होता जा रहा है अगर उसको जरूरत पड़ी तो पूरे यूरोप के साथ और नेटो के साथ व लड़ने को तैयार है और वह एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो [संगीत] है चलिए सर वापस मैं आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं व पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट्री डे परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परे की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो अ संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं 2 साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वो विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ [संगीत] से हेलो जी संजय जी आप अच्छा य ये जो विक्ट्री परेड है अगर आप देखें 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होने विक्ट्री प्रेट करी लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए क्योंकि पुटीन जो है वो चाहते थे और हमेशा कि रशिया जो है वो एक बहुत बड़ा पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 भी नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां के जो एजॉब बटालियन है डी नाज फिकेशन की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ सेकेन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलेंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाद जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि अ ना में 1945 को जो विक्ट्री डे का सब य जो संबंध है और रूस जो उसको मनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्ट्री डे में तो फ्रेंच ट्रुप्स ने भाग लिया यूके ट्रूप्स ने भाग लिया अमेरिकंस ने भाग लिया पर इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रुप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलिटरी इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियस ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 90 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट प जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के बाद िक डी नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है ठीक है आश्विनी सिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन अब कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता अ नजर आया वो वोह भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पे सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हमास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की अ जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बार-बार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपने मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस हैं उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाहें उस देश पर भी है हां बिलकुल देखो प्रिया एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां ये भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक अ मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर यह भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वो नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है वो उसकी मिलिट्री पार्क में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पार में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्टेड के मुकाबले तो अगर आप ये पूरी चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बड़ी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पवर बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पडे में तो चला गया है मगर आज देख था अमेरिका ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहों पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख हमें देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखिरी कमेंट में आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के कि रूस ने दूसरे महायुद्ध में 270 लाख सैनिक गवाए उस 270 लाख सैनिक गवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उस भाग लिया वो जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुटीन है वो दिखाना चाहते हैं रूस को कि भाई हम लोग बहुत शक्तिमान है हम लोगों को कोई बकुल रशिया उस वक्त भी ये मैसेज देने की कोशिश कर रहा था अमेरिका के साथ भी तनातनी हुई थी देखा था किस तरीके से एक एक ऐसा मौका आया कि एक दूसरे के सामने खड़े हो गए प्रणय एक आखिरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे हैं इस परेड को लेकर के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं ये एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे हैं तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में वो दिखाने की कोशिश करें रशिया पे किस तरीके से इकॉनमी चोट पहुंचाई जाए इकॉनमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो उनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वो आज भी उतनी ही [प्रशंसा] [संगीत] [संगीत] ताकत परेड में पुतिन का शक्ति प्रदर्शन [संगीत] [प्रशंसा] विक्ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्ट्री डे बहाना ताकत है दिखाना [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] पुतिन की शपथ यूक्रेन का [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] अग्निपथ विक्टरी डे परेड में पुतिन का पावर [संगीत] शो में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विंसक बम का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीर इस वक्त आ रही है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीर इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस न यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वो इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी है मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी है लेफ्टिनेंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका जी न्यूज पर और प्र आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वो एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात यह कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्र बकुल प्रण वापस मैं आपका रुख करूंगी अश्विनी सिवाज है मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला 2 साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिल्कुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को दो साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वह अ ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटीन कहीं ना कहीं मैसेज भेजना चाह रहे हैं यूरोप को कि आप बार-बार यूक्रेन को मदद करें हैं जो 61 बिलियन डॉलर दिया है रूस और भी मजबूत होता जा रहा है अगर उसको जरूरत पड़ी तो पूरे यूरोप के साथ और नेटो के साथ वो लड़ने को तैयार है और वो एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो है चलिए सर वापस मैं आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार अ राष्ट्रपति पुतिन जो हैं वो पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट डे परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न बनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं 2 साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वह विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ [संगीत] से हेलो जी संजय जी आप अपनी बात रए अच्छा ये ये जो विक्टरी परेड है अगर आप देखें 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होंने विक्टरी प्रेट करी लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए और क्योंकि पुटीन जो है वो चाहते थे और हमेशा कि रशिया जो है वो एक बहुत बड़ा पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 ही नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां जो एजॉर्ब बटालियन डी नासिफ सेकेन की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ सेशन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलैंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाद जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पल खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो सब जानते हैं कि में 1945 को जो विक्ट्री डे का जो संबंध है और रूस जो उसको मनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्टरी डे में तो फ्रेंच ट्रूप्स ने भाग लिया यूके ट्रूप्स ने भाग लिया अमेरिकन ने भाग लिया पर इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रूप है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलेट इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियंस ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 90 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी हैं उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट प जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के बाफ डी नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल ठीक है अश्विनी सिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं अ जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता अ नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पे सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हमास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की अ जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बार-बार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपनी मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस हैं उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाहें उस देश पर भी है हां बिल्कुल देखो प्रिया एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां यह भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर ये भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वो नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है वो उसकी मिलिट्री पार्क में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पवर में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा र है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल वो नहीं हुई बल्कि रूबल है वो और भी स्ट्रंग हो गया है डॉलर के मुकाबले तो अगर आप ये पूरी चीज को मद नजर रखें तो रूस की पावर बड़ी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पार बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पडे में तो चला गया मगर आज ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहो पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखिरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के है कि रूस ने दूसरे महायुद्ध में 270 लाख सैनिक गवाए उस 270 लाख सैनिक गवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उस भाग लिया वो जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुटीन है वो दिखाना चाहते हैं रूस को कि भाई हम लोग बहुत शक्तिमान है हम लोगों को कोई रशिया उस वक्त भी ये मैसेज देने की कोशिश कर रहा था अमेरिका के साथ भी तनातनी हुई थी हमने देखा था किस तरीके से एक एक ऐसा मौका आया कि एक दूसरे के सामने खड़े हो गए प्रणय एक आखरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे हैं इस परेड को लेकर के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं ये एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे तो अपने इकनॉमिक माइट और अपने मिलिटरी माइट के साथ में दिखाने की कोशिश करें किस तरीके से इकॉनमी चोट पहुंचाई जाए इकॉनमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो उनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वह आज भी उतनी ही ताकत [संगीत] [संगीत] परेड में पुतिन का शक्ति [संगीत] प्रदर्शन विक्ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्ट्री डे बहाना [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] पुन की यूक्रेन का [प्रशंसा] [संगीत] अगनि में पुतिन का पावर शो [संगीत] परेड में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विद वं सक बॉम्बर्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है वलादर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीरें इस वक्त आ रही है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीर इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वॉर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया [संगीत] था और तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वो इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी है मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी है लेफ्टनंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका जी न्यूज पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वह एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात यह कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्र बु प्र वापस मैं आपका रुख करूंगी अश्विनी सिवाज है मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला 2 साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिल्कुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को दो साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटीन कहीं नाना कहीं मैसेज भेजना चाह रहे हैं यूरोप को कि आप बार-बार यूक्रेन को मदद करें जो 61 बिलियन डॉलर दिया है रूस और भी मजबूत होता जा रहा है अगर उसको जरूरत पड़ी तो पूरे यूरोप के साथ और नेटो के साथ वो लड़ने को तैयार है और वो एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो है चलिए सर वापस में आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं वो पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट्री डे परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को ये बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न बनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो ये विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं दो साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वह विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ से [संगीत] हेलो जी संजय जी आप अपनी बात अच्छा ये जो विक्ट्री परेड है अगर आप देखें 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होने विक्ट्री परेड करी लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए क्योंकि पुटीन जो है वो चाहते थे और हमेशा कि रशिया जो है वो एक बहुत पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 ही नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां जो एजो बटालियन डी नाजिश की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ कशन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन पोलैंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाग जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि ना में 1945 को जो विक्ट्री डे का जो संबंध है और रूस जो उसको बनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्ट्री डे में तो फ्रेंच ट्रूप्स ने भाग लिया यूके ट्रूप्स ने भाग लिया अमेरिकन ने भाग लिया पर इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रुप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलेट इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियस ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्रतिशत की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 90 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट प जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के बाफ डीज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है ठीक है अश्विनी सिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पर सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हमास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बार-बार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपनी मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस हैं उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाह उस देश पर भी है हां बिल्कुल देखो प्रि एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां यह भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर ये भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर मर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वो नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है वो उसकी मिलिट्री पार्क में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पार में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्री कॉम्प्लेक्टेड करेगी वो नहीं हुई बल्कि रूबल है वो और भी स्ट्रांग हो गया है डॉलर के मुकाबले तो अगर आप ये पूरी चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बड़ी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पार बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पडे में तो चला गया मगर आज देखा था अमेरिका ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहों पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख हमें देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के कि रूस ने दूसरे महायुद्ध में 270 लाख सैनिक कमाए उस 270 लाख सैनिक दवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उस भाग लिया व जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुटिनटिपटुचिरा तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं ये एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे हैं तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में वो दिखाने की कोशिश करें किस तरीके से इकॉनमी चोट पहुंचाई जाए इकॉनमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो इनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वह आज भी उतनी ही ताकत [संगीत] [संगीत] ेड में पुतिन का शक्ति [संगीत] प्रदर्शन विक्ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्टरी [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] डे गल लेना पुन की शपा यूक्रेन का अगनि प्र [प्रशंसा] [संगीत] विक्ट्री डे परेड में पुतिन का पावर [संगीत] शो परेड में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विद्वंस बम्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है वलादर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सते पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीरें इस वक्त आ रही है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीर इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वॉर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून को पहली बार विक्टरी डे परेड का आयोजन किया गया [संगीत] था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वह इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी य शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे प पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी है मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी है लेफ्टनंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका जी न्यूज पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वो एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात ये कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्रप ट करूंगी अश्विनी सिवाज है मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वॉर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला 2 साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिल्कुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को 2 साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉफ फीड कर रहा है देखना चाह रहे हैं यूरोप को कि आप बार-बार यूक्रेन को मदद करें जो 61 बिलियन डॉलर दिया है रूस और भी मजबूत होता जा रहा है अगर उसको जरूरत पड़ी तो पूरे यूरोप के साथ और नेटो के साथ वो लड़ने को तैयार है और वो एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो है चलिए सर वापस में आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं वो पांच पावी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्टोरिया परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी में दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है ये और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं 2 साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वो विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ [संगीत] से हेलो जी संजय जी आप अप बा अच्छा ये जो विक्टरी परेड है अगर आप देख 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होने विक्ट प्रेट कर लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से य इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए क्योंकि पुटीन जो है वो चाहते थे और हमेशा कि रशिया जो है वो एक बहुत बड़ा पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 ही नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां जो एज बटालियन डी नासिफ कशन की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ सेशन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलेंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाद जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि ना में 1945 को जो विक्ट्री देकर सब यह जो संबंध है और रूस जो उसको मनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2011 के विक्ट्री डे में तो फ्रेंच ट्रूप्स ने भाग लिया यूके ट्रुप्स ने भाग लिया अमेरिकंस ने भाग लिया पर इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रुप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलिटरी इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियंस ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 90 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट प जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के माफिक डी नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है ठीक है अश्विनी सिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं अ जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पे सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हमास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज जी ये पावर शो हम बार-बार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपने मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस हैं उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाहें उस देश पर भी है हां बिलकुल देखो प्रिया एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां यह भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक अ मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर यह भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वो नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है वो उसकी मिलिट्री पावर में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पावर में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्टेड करेगी वो नहीं हुई बल्कि रूबल है वो और भी स्ट्रांग हो गया है डॉलर के मुकाबले तो अगर आप ये पूरी चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बढी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पार बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पलटे में तो चला गया है मगर आज देखा था अमेरिका ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहों पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख हमें देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखिरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के कि रूस ने दूसरे महायुद्ध में 270 लाख सैनिक गवाए उस 270 लाख सैनिक गवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उसम भाग लिया वो जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुटिनटिपटुचिरा एक आखरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे हैं इस परेड को लेकर के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं ये एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे हैं तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में वो दिखाने की कोशिश करेंगे अ किस तरीके से इकॉनमी चोट पहुंचाई जाए इकॉनमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो उनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वह आज भी उतनी ही [प्रशंसा] [संगीत] [संगीत] ताकत परेड में पुतिन का शक्ति प्रदर्शन [संगीत] [प्रशंसा] विक्ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्ट्री डे [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] बहाना राल लेर पुतिन की शपथ यूक्रेन का अग्निपथ [प्रशंसा] [संगीत] विक्ट्री डे परेड में पुतिन का पावर [संगीत] शो परेड में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विंसक बम्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है वलादर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में य सीधी तस्वीर इस वक्त आर है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीरें इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वॉर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्टरी डे परेड का आयोजन किया गया [संगीत] था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वो इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी हैं मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी है लेफ्टनंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका जी न्यूज पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वह एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात यह कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्रस आप रुख करूंगी अश्विनी सिवाज है मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से ने मुकाबला दो साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिल्कुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को दो साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फीड कर रहा है और पुटिनटिपटुचिरा [संगीत] चलिए सर वापस मैं आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं वह पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलिडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं 2 साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवी बार राष्ट्र पति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वो विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ [संगीत] से हेलो जी संजय जी आप अपनी बात र अच्छा ये ये जो विक्ट्री परेड है अगर आप देखें 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होंने विक्ट्री प्रेट करी लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए और क्योंकि पुटिनटिपटुचिरा 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां के जो एजॉब बटालियन है डी नासिफ कशन की जो बात करता है रशिया वही डी नाज फिकेशन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलेंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाग जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि ना में 1945 को जो विक्ट्री डे का य जो संबंध है और रूस जो उसको मनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्ट्री डे में तो फ्रेंच ट्रूप्स ने भाग लिया यूके ट्रूप्स ने भाग लिया अमेरिकंस ने भाग लिया इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रुप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलिटरी इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियस ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 90 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट प जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के माफिक नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जी रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है ठीक है अश्विनी सिवा जी मैं आपका रुख कर रही हूं जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पर सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हम जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बारबार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपने मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस है उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाह उस देश पर भी है हा बकुल देखो एक चीज समझनी पड़ेगी ने ये सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां ये भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक अ मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर ये भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज हैं अमेरिका है मगर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वो नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है वो उसकी मिलिट्री पार्क में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पार में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल डॉलर के मुकाबले तो अगर आप ये पूरी चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बड़ी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पवर बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पडे में तो चला गया मगर आज देखा था अमेरिका ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहों पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख हमें देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखिरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के कि रूस ने दूसरे महायुद्ध में 270 लाख सैनिक जवाए उस 270 लाख सैनिक गवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उसम भाग लिया वो जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुटीन है वो दिखाना चाहते हैं रूस को कि भाई हम लोग बहुत शक्तिमान है हम लोगों को कोई बिल्कुल रशिया उस वक्त भी ये मैसेज देने की कोशिश कर रहा था अमेरिका के साथ भी तनातनी हुई थी हमने देखा था किस तरीके से एक एक ऐसा मौका आया कि एक दूसरे के सामने खड़े होए प्रणय एक आखिरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे हैं इस परेड को लेकर के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं ये एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे हैं तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में वो दिखाने की कोशिश करेंगे किस तरीके से इमी चोट पहुंचाई जाए इमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया की तरफ से आज ये दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो उनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वह आज भी उतने ही ताकत [संगीत] [संगीत] परेड में पुतिन का शक्ति [संगीत] [प्रशंसा] प्रदर्शन विक्ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्ट्री डे बहाना ताकत है दिखाना [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] का विक्ट डे परेड में पुतिन का पावर [संगीत] शो में प्रेसिडेंट पुन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विद्वंस बॉम्बर्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीरें इस वक्त आ रही है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीर इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वर में का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्टरी डे परेड का आयोजन किया गया [संगीत] था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वो इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी है मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी है लेफ्टिनेंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका जी न्यूज पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वो एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात ये कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नरेट बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्रप वापस मैं आपका रुख करूंगी अश्विनी सिवाज है मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वॉर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला 2 साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिलकुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को 2 साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटिनटिपटुचिरा के साथ और नेटो के साथ वो लड़ने को तैयार है और वो एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो [संगीत] है चलिए सर वापस मैं आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार अ राष्ट्रपति पुतिन जो हैं व पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट्री डे परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न बनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं 2 साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवीं बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वह विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ [संगीत] से हेलो जी संजय जी आप अपनी बात अच्छा ये ये जो विक्टरी परेड है अगर आप देखें 4 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होंने विक्ट्री परेट करी लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए क्योंकि पुटीन जो है वो चाहते थे और हमेशा कि रशिया जो है वो एक बहुत बड़ा पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 ही नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां के जो एजॉब बटालियन है डी नासिफ सेकेन की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ सेशन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलैंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाद जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि में 1945 को जो विक्ट्री डे का जो संबंध है और रूस जो उसको मनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्टरी डे में तो फ्रेंच ने भाग लिया यूके ट्रूप्स ने भाग लिया अमेरिकंस ने भाग लिया पर इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रूप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलिटरी क्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियंस ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 0 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट पे जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के माफिक डी नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है ठीक है अश्विनी शिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं अ जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता अ नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पे सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हमास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बार-बार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपने मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस हैं उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या फैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाह उस देश पर भी है हां बिल्कुल देखो प्रिया एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां ये भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर ये भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वो नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है वो उसकी मिलिट्री पावर में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पावर में कमजोरी आएगी दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल उसका क्या हुआ है कि उसका जो इकॉनमी थी जिसको सोच रहे थे कि हिट करेगी वो नहीं हुई बल्कि रूबल है वो और भी स्ट्रांग हो गया है डॉलर के मुकाबले तो अगर आप ये पूरी चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बड़ी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पार बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पडे में तो चला गया मगर आज विरोध लेन कग पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखरी कमेंट में आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के रूस ने दूसरे महायुद्ध में 270 लाख सैनिक गवाए उस 270 लाख सैनिक गवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने वो जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुन है वो दिखाना चाहते हैं रूस को कि भाई हम लोग बहुत शक्तिमान है हम लोगों को कोई िया उस वक्त भीय मैसेज देने की कोशिश कर रहा था अमेरिका के साथ भी तनातनी हुई थी हमने देखा था किस तरीके से एक एक ऐसा मौका आया कि एक दूसरे के सामने खड़े हो गए प्रणय एक आखरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे इस परेट को लेकर के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट भी कह रहे हैं ये एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे हैं तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में दिखाने की कोशिश कर किस तरीके से इकॉनमी चोट पहुंचाई जाए इकॉनमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो उनकी इकॉनमी कम हुई है और नाना उनकी मिलिट्री कम हुई है वह आज भी उतने ही ताकत [संगीत] [संगीत] परेड में पुतिन का शक्ति [संगीत] [प्रशंसा] प्रदर्शन ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्ट्री डे बहाना ताकत है [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] दिखाना न का अग [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] का पावर [संगीत] शोरेड में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विद्वंस बम्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है वलादर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीर इस वक्त आ रही है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] स् [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीरें इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वॉर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वह इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी हैं मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी हैं लेफ्टिनेंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका z न्यूज़ पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवीं बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वो एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात यह कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये बकुल प्र वापस मैं आपका रुख करूंगी अश्विनी सिवाज है मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वॉर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला 2 साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिलकुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को 2 साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटीन कहीं ना कहीं मैसेज भेजना चाह रहे हैं यूरोप को कि आप बार-बार यूक्रेन को मदद करें जो 61 बिलियन डॉलर दिया है रूस और भी मजबूत होता जा रहा है अगर उसको जरूरत पड़ी तो पूरे यूरोप के साथ और नेटो के साथ वो लड़ने को तैयार है और वो एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो [संगीत] है चलिए सर वापस में आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं वो पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्टरी डे परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्टरी डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो ये विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है ये और इस वक्त जो अ संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं दो साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवीं बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है वो विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ से [संगीत] से हेलो जी संजय जी आप अपनी बात अच्छा ये ये जो विक्ट्री परेड है अगर आप देखें 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होंने विक्ट्री परेट करी लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए क्योंकि पुटीन जो है वह चाहते थे और हमेशा कि रशिया जो है व एक बहुत बड़ा पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 ही नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां के जो एजॉब बटालियन है डी नासिफ कशन की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ केशन 1945 में भी हुआ नाज के बर खिलाफ जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलैंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाग जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि ना में 1945 को जो विक्ट्री डे का जो संबंध है और रूस जो उसको मनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्ट्री डे में तो फ्रेंच ट्रुप्स ने भाग लिया यूके ट्रुप्स ने भाग लिया अमेरिकंस ने भाग लिया पर इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रुप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलट्र इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन कर रहे हैं हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियन ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 900 बिलियन डॉलर है और 90 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण रूस को बैकफुट प जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के बाफ डी नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है ठीक है अश्विनी सिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने रूस का रवैया भी देखा है और आज वो एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वो कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पर सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हमास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बार-बार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपने मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस हैं उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाह उस देश पर भी है हां बिल्कुल देखो एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ पाएगा हां ये भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर यह भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वो नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है वो उसकी मिलिट्री पार्क में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पावर में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्टेड के मुकाबले तो अगर आप ये पूरी चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बढी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पार बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पडे में तो चला गया मगर आज था अमेरिका ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहो पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख हमें देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखरी कमेंट में आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के रूस ने दूसरे महा युद्ध में 270 लाख सैनिक गवाए उस 270 लाख सैनिक गवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उस भाग लिया वो जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुटीन है वो दिखाना चाहते हैं रूस को कि भाई हम लोग बहुत शक्तिमान है हम लोगों को कोईक रश उस वक्त भी ये मैसेज देने की कोशिश कर रहा था अमेरिका के साथ भी तनातनी हुई थी हमने देखा था किस तरीके से एक एक ऐसा मौका आया कि एक दूसरे के सामने खड़े हो गए प्रणय एक आखरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके के सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे हैं इस परेड को लेकर के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं यह एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे हैं तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में वो दिखाने की कोशिश कर किस तरीके से इकॉनमी चोट पहुंचाई जाए इकॉनमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो इनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वो आज भी उतनी ही [प्रशंसा] [संगीत] [संगीत] ताकत परेड में पुतिन का शक्ति प्रदर्शन [संगीत] [प्रशंसा] विक्ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्ट्री डे बहाना ताकत है [प्रशंसा] [संगीत] दिखाना पुतिन की शपथ यूक्रेन का अग्निपथ [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] डे परेड में पुतिन का पावर [संगीत] शो परेड में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विद वंक बम्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स ताकत दिखा रहा है वलादर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीर उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीरें इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वॉर में जीत का यह जश्न है द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया था और यह तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वह इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं अ प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी हैं मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी हैं लेफ्टिनेंट कर्नल बहुत स्वागत है सर आपका जी न्यूज पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वह एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विक्टरी डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात यह कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जप्त किए गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्र बकुल प्रण वापस मैं आपका रुख करूंगी अश्विनी सिवाच मेजर जनरल हमारे साथ सिवाद सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और रशिया के बीच में वॉर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला 2 साल तक यह युद्ध खिंचा तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिल्कुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को 2 साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न यूक्रेन है डोन बस का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मध्य नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटीन कहीं ना कहीं मैसेज भेजना चाह रहे हैं यूरोप को कि आप बार-बार यूक्रेन को मदद करें जो 61 बिलियन डॉलर दिया है रूस और भी मजबूत होता जा रहा है अगर उसको जरूरत पड़ी तो पूरे यूरोप के साथ और नेटो के साथ व लड़ने को तैयार है और वह एक प्रकार से बहुत स्ट्रंग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो है [संगीत] चलिए सर वापस में आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं व पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट्री डे परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की ये परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक कमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं 2 साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवीं बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री पावर है व विश्व को दिखा रहे हैं अमेरिका को भी मैसेज दिया जा सकता है रशिया की तरफ [संगीत] से हेलो जी संजय जी आप अपनी बात र अच्छा य ये जो विक्ट्री परेड है अगर आप देखें 45 में जीत के बाद जिस प्रकार से इन्होने विक्ट्री पट करी लेकिन जब अपने पुटीन राष्ट्रपति बने उसके बाद लगातार 2005 से ये इस तरह का प्रदर्शन हो रहा है दिखाने के लिए और क्योंकि पुटीन जो है वो चाहते थे और हमेशा कि रशिया जो है वो एक बहुत बड़ा पावर है और इसको आप नेगलेक्ट नहीं कर सकते और उस चीज को मद्देनजर रखते हुए ये जो पावर शो कह रहे हैं आप बार-बार वो दिखाने की कोशिश की जा रही है और इस बार भी रेड स्क्वेयर के ऊपर 1945 ही नहीं 2022 तक दिखाया गया है कि यूक्रेन यहां जो एजॉब बटालियन है डी नासिफ सेशन की जो बात करता है रशिया वही डी नासिफ सेकेन 1945 में भी हुआ नाज के बकला जबकि आपको आश्चर्य होगा कि 1939 में जर्मनी और रूस एक साथ थे लेकिन और पोलेंड के बीच का जो उनके बीच का समझौता था ईस्टर्न यूरोप में वो उन्होंने रूस ने लिया और कुछ बाग जर्मनी ने लिया उसके बाद जिस प्रकार से पलटा खाया 1941 में और हिटलर ने रूस के ऊपर हमला किया उसके बाद जिस प्रकार से यूएस से आया और ये जो हम सब जानते हैं कि ना में 1945 को जो विक्ट्री डे का जो संबंध है और रूस जो उसको बनाता है प्रदर्शन करता है इस साल इतना बड़ा नहीं है जितना हमने पहले कुछ देखा 2010 के विक्ट्री डे में तो फ्रेंच ट्रूप्स ने भाग लिया यूके ट्रूप्स ने भाग लिया अमेरिकंस ने भाग लिया पर इस बार उनके अपने ही 10000 एक ट्रूप्स है तकरीबन 130 के आसपास इनका मिलिटरी इक्विपमेंट है तकरीबन 77 एक एयरक्राफ्ट है जो कि प्रदर्शन करें हेलीकॉप्टर्स के साथ ये दिखाने की कोशिश कर रहा है रूस कि हम अभी भी उतने ही पावरफुल है उतने ही हमारे में दम है जितना अगर आप कितना भी कर ले अमेरिका ने जरूर यूक्रेन को बहुत मदद की है बिलियंस ऑफ डॉलर्स की मदद की है लेकिन वो 10 प्र की मदद क्योंकि इनका खुद का डिफेंस बजट ही 00 बिलियन डॉलर है और 0 बिलियन डॉलर भी अगर टोटल देते भी है उनको तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा है और उसके कारण भी रूस को बैकफुट पे जाना पड़ा अब रूस दिखाना चाहता है पूरे विश्व को कि अब वो विक्ट्री जो है 1945 के माफिक डी नाज फिकेशन जो तब किया अब भी उसी के के लिए है और यूक्रेन कितना भी कोशिश कर ले जीत नहीं सकता जीत पुटीन की होगी जीत रूस की होगी और जीत रूस और यूरोप में जिस प्रकार से रूस का एक दबदबा है वो दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे हैं पुटीन और उसका पूरा प्रदर्शन हम लोगों को देखने को मिल रहा है ठीक है अश्विनी सिवास जी मैं आपका रुख कर रही हूं जिस तरीके से पिछले दो साल में हमने उसका रवैया भी देखा है और आज वह एक बार फिर से प्रदर्शन कर रहा है यहां पर हर देश अपने सैन्य शक्ति को सामने रखता है दिखाता है कि वह कितना सक्षम है उसकी मिलिट्री कितनी ज्यादा आक्रमक है फोर्सेस कितने हैं लेकिन हाल के दिनों में जिस तरीके से इजराइल को हमने देखा आक्रमक होता नजर आया वो वो भी खुद को पावरफुल साबित करने की कोशिश में कर रहा है एक नहीं एक साथ कई मोर्चों पे सामने लड़ रहा है कई संगठन का सामना कर रहा है हमास जिस तरीके से एंट्री हो जाती है या फिर ईरान की जिस तरीके से हमने देखा है इराक की एंट्री हो जाती है इसमें उन सबके बीच में रशिया का आज यह पावर शो हम बारबार इसीलिए कह रहे हैं कि यहां अपने मिसाइलों की अपने जो फोर्सेस है उनका यहां पर प्रदर्शन करने जा रहा है रशिया जिसकी तस्वीरें हम देख रहे हैं इसका क्या इंपैक्ट पड़ेगा एक तरफ इजराइल है जिसकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है लोगों की निगाह उस देश पर भी है हां बिल्कुल देखो प्रिया एक चीज समझनी पड़ेगी कि सबने यह सोचा था रूस इतना लंबा नहीं लड़ता पाएगा हां यह भी सच्चाई है यूक्रेन जो है एक मिलिट्री पावर बहुत कमजोर है इसके मुकाबले रूस के मगर वो यूक्रेन अभी तक टिक हुई है मगर यह भी समझना पड़ेगा यूक्रेन के साथ पूरी नेटो कंट्रीज है अमेरिका है मगर रूस जो है वो ऑलमोस्ट अकेला लड़ रहा है उसको इनडायरेक्टली जो हेल्प कर रहा है वह नॉर्थ कोरिया कर रहा है ईरान कर रहा है और किसी हद तक चीन कर रहा है हुआ क्या है कि जो सबने सोचा था कि हो सकता है कि जो रूस है व उसकी मिलिट्री पार्क में कमजोरी आएगी इंडस्ट्रियल पार्क में कमजोरी आएगी इन दो सालों में ऐसा नहीं हुआ वो पहले तो अपने हथियार बना पा रहा है खुद और उसने तीन टाइम उसकी इंडस्ट्री काम करी जो मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्टेड के मुकाबले तो अगर आप ये चीज को मध्य नजर रखें तो रूस की पावर बड़ी है इस लड़ाई के बाद और यही एक कॉज ऑफ कंसर्न है अमेरिका को और नेटो कंट्रीज को कि जिस प्रकार से सबने सोचा था कि रूस की इकॉनमी पार बहुत कमजोर हो जाएगी वो चीन के पल्ले में तो चला गया है मगर आज देखा था अमेरिका ने भी किस तरीके से देखिए खुलकर विरोध नहीं लेकिन कई जगहों पर अमेरिका का भी विरोध रशिया के लिए भी कड़ा रुख हमें देखने को मिला था संजय कुलकर्णी जी एक आखरी कमेंट में आपसे चाहूंगी क्या आज इस परेड के बाद पुतिन की तरफ से कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है आज के इस समीकरण को देखते हुए जैसे हालात बने हुए हैं युद्ध के कि रूस ने दूसरे महायुद्ध में 270 लाख सैनिक गवाए उस 270 लाख सैनिक गवाने के बाद रूस में हर एक परिवार है जिसने उस भाग लिया वो जानता है क्या है और आज की तारीख में जो पुटीन है वो दिखाना चाहते हैं रूस को कि भाई हम लोग बहुत शक्तिमान है हम लोगों को कोई मतलब रोलर के देने की कोशिश कर रहा था अमेरिका के साथ भी तनातनी हुई थी हमने देखा था किस तरीके से एक एक ऐसा मौका आया कि एक दूसरे के सामने खड़े हो गए प्रणय एक आखिरी कमेंट मैं आपसे चाहूंगी आपके सोर्सेस क्या आप तक जानकारी पहुंचा रहे हैं इस परेड को लेकर के देखिए जैसा हम लगातार तमाम एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं य एक शक्ति प्रदर्शन है पुतिन का पुतिन ये दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर ब्रिक्स की बड़ी बैठक की मेजबानी वो करने जा रहे हैं साथ ही जो इकोनॉमिक फोरम है वो भी करने जा रहे हैं तो अपने इकोनॉमिक माइट और अपने मिलिट्री माइट के साथ में वो दिखाने की कोशिश करेंगे अलके से इमी चोट पहु इमी उसकी कम हुई है और वो करने की कोशिश की गई है लेकिन रशिया के तरफ से आज यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं से भी ना तो उनकी इकॉनमी कम हुई है और ना उनकी मिलिट्री कम हुई है वह आज भी उतनी ही [प्रशंसा] [संगीत] [संगीत] ताकत परेड में पुतिन का [संगीत] प्रदर्शन विक्ट्री डे पर रूस का पावर शो विक्ट्री डे बहाना ताकत है दिना [संगीत] [प्रशंसा] गरा पुतिन की शपथ यूक्रेन का [प्रशंसा] [संगीत] अग्निपथ विक्ट्री डे परेड में पुतिन का पावर [संगीत] शो परेड में प्रेसिडेंट पुतिन अपना पावर शो दिखाएंगे और इस सैन्य परेड में एटमी मिसाइलों के साथ विद्वंस बम्स का प्रदर्शन किया जा रहा है रूस शक्ति प्रदर्शन के जरिए टैंक परमाणु मिसाइल और फाइटर जेट्स की ताकत दिखा रहा है व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन और नेटो के खिलाफ बड़ी जंग का भी ऐलान कर सकते हैं पिछली 7 मई को ही पुतिन ने लगातार पांचवी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी दरअसल विक्ट्री डे परेड के जरिए रूस द्वितीय विश्व युद्ध में जीत के जश्न को हर साल मनाता है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति का ऐलान किया गया था और आज विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जा रहा है रूस में यह सीधी तस्वीरें इस वक्त आ रही है उसी परेड से जर्मनी की सेना ने सरेंडर किया था और रूस को जीत मिली थी आज ही के दिन [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] 1965 से इस परेड की परंपरा है जिसकी सीधी तस्वीर इस वक्त आप देख रहे हैं रूस में यह परेड जारी है वर्ल्ड वर में जीत का यह जश्न है विश्व युद्ध के वक्त जब जीता रूस 9 मई यह वर्ल्ड वॉर खत्म हुआ था और रशिया की जीत हुई थी रूस ने जर्मनी को हराया था तो 24 जून 1945 को पहली बार विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया था और ये तस्वीरें हम आपको लगातार दिखा रहे हैं जहां रूस में आज पुतिन का पावर शो देखने को मिल रहा है जो रूस की मिलिट्री है वह इस तरीके से शक्ति प्रदर्शन दिखा रही है अभी ये शुरुआत है इस वक्त हमारे साथ तमाम खास मेहमान जुड़ चुके हैं प्रणय उपाध्याय मेरे सहयोगी न्यूज़ रूम से इस वक्त मेरे साथ जुड़े हुए हैं उनका सबसे पहले मैं रुख कर लेती हूं प्रणय और इसके साथ भी तमाम गेस्ट मेरे साथ जुड़े हुए हैं जिनका मैं रुख करूंगी लेकिन एक क्विक रिएक्शन में प्रणय आपका लेना चाहूंगी क्योंकि हमारे साथ अश्विनी सिवाच जी है मेजर जनरल संजय कुलकर्णी जी है लेफ्टनंट कर्नल बहुत स्वागत स्वागत है सर आपका जी न्यूज पर और प्रणय आज के इस पावर शो से क्या मैसेज रशिया देगा देखिए इसकी टाइमिंग अगर देखें प्रिया आप तो कल ही रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार व्लादिमीर पुतिन ने शपथ ली है और वह एक बार फिर फुल कंट्रोल में है रशिया के और साथ ही इस विकट डे परेड के जरिए तीन बड़े मैसेजेस देने की पुतिन कोशिश करेंगे पहली बात ये कि इस समय ना केवल रूस पर उनका पूरा कंट्रोल है रशियन आर्मी भी वहां पर स्ट्रांग है दूसरी बात इस परेड के अंदर पहली बार जो है यूक्रेन के साथ जंग के मोर्चे पर जो जपत की गए या रूस की सेना को हासिल हुए विदेशी हथियार हैं उनकी भी एक नुमाइश की जा रही है यानी एक नैरेटिव बिल्ड करने की रूसी नैरेटिव बिल्ड करने की जो कोशिश है उसको भी यहां पे करते हुए नजर आएंगे साथ ही वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे दुनिया उनके साथ में है तो ये प्र वापस मैं आपका रुख करूंगी अश्विनी सिवाच मेजर जनरल हमारे साथ सिवाज सर मैं आपका रुख कर रही हूं आज के इस विक्ट्री डे परेड से क्या मैसेज रशिया की तरफ से दिया जाएगा अब अमेरिका के संदर्भ में भी जरा समझाइए और बीते दो सालों का जिस युद्ध का जिक्र जिस तरीके से यूक्रेन और और रशिया के बीच में वॉर जारी रहा था यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं रशिया जैसे पावरफुल कंट्री के सामने भी एक छोटे से देश ने मुकाबला दो साल तक यह युद्ध खींचा था तो आज कुछ बड़ा ऐलान भी संभव हो सकता है हां बिलकुल देखो सच्चाई यह है कि इस युद्ध को दो साल हो गए हैं मगर अभी कहीं ना कहीं पलडा थोड़ा तो भारी नजर आ रहा है रूस का और रूस ने जिस प्रकार से 18 पर के करीब यूक्रेन का इलाका जीत लिया है 2014 में क्रीमिया को ले लिया था अब उसने जो ईस्टर्न क्रेन है डोन बस्का जपोरिजिया खारा सोन को जीत लिया और अब धीरे-धीरे वो ईस्ट की तरफ बढ़ता जा रहा है तो इसको मत नजर रखते हुए मैं यही कहूंगा कि ऐसा लगता है कि आज रूस बहुत ही कॉन्फिडेंट फील कर रहा है और पुटिनटिपटुचिरा र है और वो एक प्रकार से बहुत स्ट्रांग मैसेज यूएस को भी भेज रहा है और मुझे लगता है यह मैसेज जो है चलिए सर वापस मैं आपका रुख करूंगी संजय कुलकर्णी जी आपसे भी रिएक्शन लूंगी लगातार राष्ट्रपति पुतिन जो हैं वो पांचवी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं उन्होंने हाल में 7 मई को शपथ भी लिया और आज विक्ट परेड इसका क्या मतलब है और क्या मैसेज देने की कोशिश रशिया आज करेगा देखना होगा किन-किन देशों के लिए अलार्मिंग भी यह सिचुएशन हो सकती है और यह आज यहां से मैसेज दिया सकता है एक छोटा छोटी सी जानकारी मैं दे दूं कि विक्ट्री डे परेड जिसकी हम बात कर रहे हैं है क्या देखिए रूस का प्रमुख मिलिट्री हॉलीडे इसके अलावा वर्ष 1965 से 9 मई को परेड की यह परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है और सेकंड वर्ल्ड वॉर में रूस की जीत का यह जश्न है यह परेड जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं जो आज रशिया में मनाया जा रहा है 9 मई 1945 को दूसरे विश्व युद्ध समाप्ति के बाद इसका ऐलान हुआ 24 जून 1945 में पहली विक्ट्री डे परेड यहां पर की गई थी और जर्मनी की सेना पर रूस को यह बड़ी जीत मिली थी जर्मनी के सरेंडर डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर हुआ था और जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड हर साल आज के दिन रूस में आयोजित किया जाता है तो यह विक्ट्री डे परेड के बारे में हमने आपको जानकारी दीी है कि रशिया इस दिन को आखिर क्यों मनाता है क्या है यह और इस वक्त जो संजय कुलकर्णी जी मेरे साथ मेरे गेस्ट जुड़े हुए हैं उनका मैं रुख कर लेती हूं आज इस विक्ट्री डे परेड को किस तरीके से देखते हैं 2 साल के युद्ध के बाद लगातार पांचवीं बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर पुतिन इस परेड का हिस्सा है रशिया की जो मिलिट्री
Russia Ukraine War Breaking Live: यूक्रेन से जंग के बीच रूस में विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया. 9 मई को रूस में दूसरे विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत की जीत का जश्न मनाया जाता है. ऐसे में विक्ट्री डे पर रूस की राजधानी मॉस्को में रेड स्क्वायर में हजारों रूसी सैनिक हथियारों के साथ परेड की. जिसको लेकर कहा जा रहा है कि, रूस ने इस बार विक्ट्री परेड में दुनिया को अपनी सैन्य ताकत दिखाई है. साथ ही दावे किए जा रहे हैं कि, रूस अपने पश्चिमी देशों पर हमला कर सकता है.
Russia Ukraine War Breaking Live: A Victory Day parade was organized in Russia amid the war with Ukraine. On May 9, Russia celebrates the Soviet victory over Germany in the Second World War. In such a situation, on Victory Day, thousands of Russian soldiers paraded with weapons in Red Square in the Russian capital Moscow. Regarding which it is being said that this time Russia has shown its military strength to the world in the Victory Parade. Also claims are being made that Russia can attack its western countries.
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11 comments
End of nazi
Phir Russia jitega
Ukraine mitega 😂😂😂
Putin is great leader
America bhga
God putin
Putin dada jindabaad
Great country of the universe Russisan empire
This is too great function,as an Indian I Pproud too as an Indian.
Happy Victory Day President Mr. Putin
It is wrong ukranian a small country fighting,in fact almost entire Eu and usa all are fighting for uukrain